जब था गठबंधन,
तू भी भला मै भला,
गांठ खुली तो पता चला,
सिर फुटौवल चाल, तू भी चला मै भी चला!
कुर्सी घिसके या डुले,
जा दुश्मन से एक मिला,
धोखा दे अब जनता को,
बन बैठे, तू भी बला मै भी बला!
राजनीति का खेल है भैया,
चिल - कौवे के बड़े बिरादर,
वोट की खातिर, हंस की चाल,
तू भी चला मै भी चला!
लूट तंत्र या घूस तंत्र,
सब में राज हमारा चला!
हिस्सेदार बराबर के बन,
तू भी फूला मै भी फला!
तू भी भला मै भला,
गांठ खुली तो पता चला,
सिर फुटौवल चाल, तू भी चला मै भी चला!
कुर्सी घिसके या डुले,
जा दुश्मन से एक मिला,
धोखा दे अब जनता को,
बन बैठे, तू भी बला मै भी बला!
राजनीति का खेल है भैया,
चिल - कौवे के बड़े बिरादर,
वोट की खातिर, हंस की चाल,
तू भी चला मै भी चला!
लूट तंत्र या घूस तंत्र,
सब में राज हमारा चला!
हिस्सेदार बराबर के बन,
तू भी फूला मै भी फला!
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