Wednesday, April 10, 2013

खयालो  को दिल में छुपाकर रखो यारो, अब दर्द देखकर भी लोगो को हँसी आती बहुत है!

हो सके तो नजरो को छुपा कर रखना, नजरे भी दिल की बाते बताती बहुत है!

हकीकत तो यह भी है, कामयाबियाँ छुपा लो, ये दोस्तों को दुश्मन बनाती बहुत है !

सब सोचते है, वो तेरे करीब बहुत है, यह बात भी दुरिया बढाती बहुत है!

किसी अपने से दूर रहकर, सन्नाटे को सुनना, ये बीती कहानियाँ, सुनाती बहुत है!

कभी नाटक ख़तम हो तो दुनिया देखना, ये नयी नयी दुनिया दिखाती बहुत है !

मजा जिंदगी का दर्द में ही था, कमबख्त खुशियाँ भी रिझाती बहुत है !

सरीफ बनकर दीखते रहना बाजारों में, सराफत साथ निभाती बहुत है !

समझदार बन लोगो को मत समझाना, ये खुद, सबको समझाती बहुत है!

टूटना मत कभी मुसीबतों में,  ये जिंदगी भी आजमाती बहुत है !

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