गरिंदगी के आलम ये है, छुट्टे घूम रहे सैतान,
फिर में मेरा देश महान, फिर भी मेरा देश महान !
हिंदी इतनी सुन्दर भाषा,
है ये मेरे देश की आशा,
हम अंग्रेजी में देते पहचान,
फिर भी मेरा देश महान !२!
मजदूरी कर भूख में सोता,
महल बना तेरा वो, दुःख में रोता,
सबको है इस चौड़ी खाई की पहचान!
फिर भी मेरा देश महान !२!
जहाँ पानी-पानी कर जनता रोये,
वही खेल की खातिर, जमीं को धोये!
फिर भी नेता देते "पेशाबी बयान "
फिर भी मेरा देश महान !२!
पाई पाई जोड़, हम "कर" देते,
महीनो की कमाई, देशहित में भर देते,
फिर आते कई घोटालो के नाम,
देखो यहाँ के नेताओ के ईमान..
फिर भी मेरा देश महान !२!
ब्लॉक हो या नगर निगम की दुकान,
बिना घूस के ना हो काम,
हर सरकारी दफ्तर बदनाम,
फिर भी मेरा देश महान !२!
पोस्टर, टिका, और अन्धो की अंधभक्ति से,
थोडा पहुच, थोड़ी पैसो को शक्ति से,
पोंगा पंडित बनाते भागवान,
फिर भी मेरा देश महान !२!
छोटे आँखों वाले, आँख दिखाए,
कभी आँख दिखाए पाकिस्तान,
अपने ही घर में सुनते,
हम चाइनीज़ फरमान,
फिर भी मेरा देश महान !२!
Continue.......
फिर में मेरा देश महान, फिर भी मेरा देश महान !
हिंदी इतनी सुन्दर भाषा,
है ये मेरे देश की आशा,
हम अंग्रेजी में देते पहचान,
फिर भी मेरा देश महान !२!
मजदूरी कर भूख में सोता,
महल बना तेरा वो, दुःख में रोता,
सबको है इस चौड़ी खाई की पहचान!
फिर भी मेरा देश महान !२!
जहाँ पानी-पानी कर जनता रोये,
वही खेल की खातिर, जमीं को धोये!
फिर भी नेता देते "पेशाबी बयान "
फिर भी मेरा देश महान !२!
पाई पाई जोड़, हम "कर" देते,
महीनो की कमाई, देशहित में भर देते,
फिर आते कई घोटालो के नाम,
देखो यहाँ के नेताओ के ईमान..
फिर भी मेरा देश महान !२!
ब्लॉक हो या नगर निगम की दुकान,
बिना घूस के ना हो काम,
हर सरकारी दफ्तर बदनाम,
फिर भी मेरा देश महान !२!
पोस्टर, टिका, और अन्धो की अंधभक्ति से,
थोडा पहुच, थोड़ी पैसो को शक्ति से,
पोंगा पंडित बनाते भागवान,
फिर भी मेरा देश महान !२!
छोटे आँखों वाले, आँख दिखाए,
कभी आँख दिखाए पाकिस्तान,
अपने ही घर में सुनते,
हम चाइनीज़ फरमान,
फिर भी मेरा देश महान !२!
Continue.......
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