लड़के कान छिदा रहे,
लड़की पहन रही पजामा है,
चाँद भी कंफ्यूज है,
वो किसका महबूब किसका मामा है!
मटक मटक के चलते देखा,
हर श्रींगार सेट होकर आये है!
पटर पटर भाषा सुन लागे,
इंलिश में ट्रांसलेट होकर आये है!
जींस थोड़ी नीची करके,
चड्ढी का ब्रांड दिखाते फिरते!
सभ्य समाज देख माथा पिटते,
सबको फैसन सिखाते फिरते!
अजब गजब परिधान इनके,
समझ न आये क्या पहना है!
जब तक ये बतला न देते,
लगता है भाई नहीं ये बहना है!
बाल कलर लगे जैसे,
कोई पान थूककर गया है,
दाढ़ी मुछ देखकर लागे,
दढ़ियल बकरे के भैया है!
मातृ भक्ति और देशप्रेम सब,
त्योहारों पर इनको भाते है!
थोड़े अजीब से दीखते है,
पर कूल डुड कहलाते है!
लड़की पहन रही पजामा है,
चाँद भी कंफ्यूज है,
वो किसका महबूब किसका मामा है!
मटक मटक के चलते देखा,
हर श्रींगार सेट होकर आये है!
पटर पटर भाषा सुन लागे,
इंलिश में ट्रांसलेट होकर आये है!
जींस थोड़ी नीची करके,
चड्ढी का ब्रांड दिखाते फिरते!
सभ्य समाज देख माथा पिटते,
सबको फैसन सिखाते फिरते!
अजब गजब परिधान इनके,
समझ न आये क्या पहना है!
जब तक ये बतला न देते,
लगता है भाई नहीं ये बहना है!
बाल कलर लगे जैसे,
कोई पान थूककर गया है,
दाढ़ी मुछ देखकर लागे,
दढ़ियल बकरे के भैया है!
मातृ भक्ति और देशप्रेम सब,
त्योहारों पर इनको भाते है!
थोड़े अजीब से दीखते है,
पर कूल डुड कहलाते है!
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