Tuesday, February 19, 2013

नेता जी आप मत बदलना,
हम कैसे जियेंगे,कैसे खायेंगे,
आपसे अच्छा न मुद्दा होगा,
नए ब्यंग कहा से लायेंगे !

कभी घोटाले करके फंस  जाना,
कभी स्कैंडल में पकड़े जाना!
रिश्वत, फिरौती, कोई केस न तो,
आयकर वालो से तो जकडे जाना !

मीडिया को मुद्दा मिलेगा,
कई नए लेख छप जायेंगे !
आपको को बदनाम कर,
कई लेखक के, चूल्हे तो जल जायंगे!

सुन्दर सुन्दर कई रिपोर्टर,
आपके इर्द गिर्द मडरायेंगी!
रौब बढेगा देश में आपका,
जनता भी घबराएगी !

अगर सुधर गए आप तो,
देश खुश हाल हो जायेगा!
मीडिया हो या आलोचक,
सबका धंधा चौपट हो जायेगा!

कभी न बदलना, प्यारे नेता जी,
फिर अगली बार फिर आपको जिताएंगे !
आप विवादित भांसड़  देना,
हम उसपर नए लेख बनायेंगे !

क्या कर लेगी सोयी जनता,
कभी हाय हाय चिल्लाएगी, तो कभी पुतला ही जलाएगी !
सच कहता हूँ, राजनीति की कसम
उब जाएगी जब ये जनता,
आपके,  मौसेरे भाई को लाएगी !

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