Tuesday, February 26, 2013

रेल बजट

रेल बजट, रेल बजट, कैसा है ये खेल बजट,
 जब जब आता है संसद में,निकालता सबका "तेल" बजट!

मंत्री जी आये थे, अंग्रेजी में कुछ बडबडा दिए,
कुछ समझ में आया, कुछ यहाँ गड़बड़ा दिए!

वायदे आपने जोर जोर से चिल्ला कर बता रहे थे,
जब काटे जेब जनता के, धीरे धीरे फुसफुसा रहे थे!

बिपक्ष के नेता, हर बात में शोर सुनाई दिया था,
मुझे कब मौका मिलेगा, इसपर जोर दिखायी दिया था!


अब तो हर बात में, बिपक्ष का शोर सुनायी देता है,
किस पर भरोसा करे....
खादी ओढ़े कुछ लोगो में, चोर दिखायी देता है !

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