Saturday, February 9, 2013

आज जेहन में कोई सवाल नहीं,
उदास है ये दिल, दिल में भी कोई ख्याल नहीं!
समय था कुछ करने का, कर न पाया !
अब तक कुछ न कर पाया, इसका मलाल नहीं!

अब आया है वक़्त बदलने का,
रोज थोडा बदल रहा हूँ !
राह-ए-जिन्दगी का बहुत बड़ा है
हर रोज जीवन डगर पर, टहल रहा हूँ !

सब कहते है बदल जाओ,
हम बदल जाये तो क्या, आवाम में भी ये सवाल रखना!
केवल बदले न जुबान यहाँ ,
बदले सबके दिल इसका भी ख्याल रखना !

ये भी एक नशा है ,
हर रोज थोडा बदलने का!
अकेले तो सब चल रहे है ,
अब समय आया है, सबके साथ चलने का!

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